लैटिन अमेरिका के देश इक्वाडोर में सड़कों पर कोरोना से संक्रमित लाशों का ढेर
लैटिन अमेरिका में स्थित इक्वाडोर देश , जो कि पेरू और कोलंबिया और ब्राजील जैसे देशों के पास है | इक्वाडोर एक गरीब और विकासशील देश है , इसकी आबादी करीबन एक करोड़ 70 लाख है | 10 अप्रैल को दोपहर 3:00 बजे तक सरकारी आंकड़ों के मुताबिक लगभग 5000 लोगों को करोना संक्रमण हो चुका है और करीबन 272 मौत हो चुकी हैं | राष्ट्रपति लेनिन मोरेनो के अनुसार मौतों का सही आंकड़ा इससे कई गुना ज्यादा है | इक्वाडोर के guayaquil शहर में कोरोना संक्रमण 70% है |
दुनिया में सबसे ज्यादा बुरा हाल कोरोना संक्रमण के कारण इसी देश में है | guayaquil शहर में करीबन 520 व्यक्ति अपने घरों में ही मर गए इनको कोरोना था या नहीं यह जांच भी नहीं हो पाई | क्योंकि ना तो वहां इतनी मेडिकल फैसिलिटी है और ना ही वहां के अस्पतालों में इतने लोगों के इलाज की व्यवस्था | डॉक्टर और नर्स व मेडिकल स्टाफ खुद कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं | guayaquil में सड़कों पर शवों के वीडियो व फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं | शवों को एकत्र करने में प्रशासन को हफ्ता भर का वक्त लग गया | शुरुआत में 30 लाशें रोज उठाने से सिलसिला शुरू हुआ जो आज 150 लाशे रोज पर पहुंच गया |
लोगों को अपने रिश्तेदारों के शव हॉस्पिटल से लेने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है | एक लोकल नागरिक के अनुसार- “कई शव 15 दिनों से पड़े हैं और उन पर कीड़े रैंग रहे हैं , उनका चेहरा भी पहचान नहीं आ रहा है ”| शव मिलने के बाद उनका अंतिम संस्कार करना भी अपने आप में एक भयानक प्रक्रिया है | पर्याप्त ताबूतों के अभाव में कार्डबोर्ड के बड़े डिब्बों में शवों को दफनाया जा रहा है | पूरे देश में आज आपातकाल लागू है और रात में कर्फ्यू जैसे हालात हैं | लैटिन अमेरिका अपनी स्वास्थ्य सेवाओं पर काफी कम खर्च करता है |
इक्वाडोर मैं कोरोना की शुरुआत कैसे हुई ? इक्वाडोर और स्पेन की भाषा स्पेनिश है ,इसलिए इक्वाडोर के बहुत से लोग स्पेन में काम करते हैं |स्पेन में कोरोना संक्रमण फैलने पर इक्वाडोर वाले अपने देश लौटने लगे और अपने साथ कोरोना वायरस का संक्रमण भी लाए | मार्च में guayaquil में कुछ अमीर लोगों के यहां शादी हुई और इन शादियों में इन फॉरेन रिटर्न लोगों ने भी शिरकत करी और यहीं से कोरोना वायरस तेजी से फैलता हुआ गरीब लोगों के समुदाय में भी पहुंच गया | सरकार ने लॉक डाउन की हिदायत दी लेकिन दिहाड़ी मजदूर के सामने रोजी-रोटी की समस्या मुंह बाए खड़ी थी और वह लगातार काम पर जाता रहा और कोरोना इक्वाडोर में थर्ड स्टेज पर पहुंच गया | आज कुल मिलाकर इक्वाडोर महामारी और गरीबी के दलदल में आकंठ डूब चुका है | इससे अन्य देशों को सबक लेना चाहिए और सोशल डिस्टेंस का कड़ाई से पालन करना चाहिए , वरना कहीं लाशों से पटी सड़कों का मंजर हमारी आंखों के सामने भी प्रस्तुत ना हो जाए |
- Rama Deepak
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